Thursday, 17 September 2015

गीता सार - सरल जीव उपयोगी उपदेश:- 59


1. कौन हारा कौन जीता
क्या है किस्मत कनैक्शन
जाने दो मित्रो क्यु लेनी टेंशन
कुछ तो राज़ को राज़ रहने दो
नदियां है इक जीवन भर
उसको मस्ती मे बहने दो
सब रब की महिमा है मित्रो
कुछ तो काम उसके
हाथ मे रहने दो

2. क्या अच्छी क्या बुरी
मित्रो बाते ही तो है...
बातो को बस 
बाते ही रहने दो..
न ताने होने दो..
हो भी तो ग़र तान
तो तान सुर की
रब से हो जाने दो
छोड़ो बातो को...
बातो का संसार
नही होता....
केवल करते है जो
बाते ही बाते...
उनका सार नही
उनका प्यार नही होता
बातो का रब से
कोई तार नही होता
बाते तो बाते है
बातो का कौई मित्र
या अधिकार नही होता
3. मार गोली जाने दे
कोई क्या ले गया
मुफ़्त सबक दे गया

4. नई नई अमीरिया है हमारे यारो की
कहा पुरानी दोस्तियां रास आती है

5. खुद की उलझनों मे उलझे खोये है सब
जाने कैसे रब को पाने का दावा करते है

6. वो दर्द देता है तो वो दर्द हर लेता है
इसीलिये तो वो रब है

7.जब होगी अत-तब होगी बुरी गत्
यह प्रकृति नियम है जो सब पर लागु होता है

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